5 Benefits Of Nature:5 Benefits Of Nature इस विषय के रिसर्च मे मिली जानकारी बताती है की हफ्ते मे 2 घंटे प्रकृति के साथ बिताना, प्रकृति के वातावरण मे टहलना बहोत ही ज्यादा फायदेमंद होता है हमारे अच्छे, तंदरुस्त स्वास्थ के लिए| 5 Benefits Of Nature अपनेआप मे ही एक तगड़ा सुझाव है हमारे आनंदमयी जीवन का| तो आइए जानते है 5 Benefits Of Nature के बारे मे कुछ फायदेमंद बाते|
5 Benefits Of Nature:
रोज की भागदौड़ी के इस जीवन मे हम हमारी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ से कुछ नज़रअंदाज होते जा रहे है| ऐसे मे 5 Benefits Of Nature से हम जल्द से जल्द वाकिफ हो ये जरूरी हो जाता है| हमारा स्वास्थ बेहतर और सुदृढ़ बनाने मे 5 Benefits Of Nature हमे मदद करते है|
Impotance Of 5 Benefits Of Nature:
यूरोप के एक हैल्थ ऑर्गनाइज़ेशन ने किए रिसर्च के अनुसार जो लोग हरेभरे वातावरण मे, लोकल किसी बगीचे मे या अन्य किसी प्राकृतिक वातावरण मे ज्यादा से ज्यादा 2 घंटे बिताते है, उनका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ बेहतर पाया गया है| 2019 के जून मे किए गए रिसर्च मे ये बताया गया है की जो लोग प्रकृति से दूर रहते है वो इस प्राकृतिक फ़ायदों से भी दूर हो जाते है|
Effects Of 5 Benefits Of Nature:
हमारे शारीरिक, मानसिक, भावनिक और सामाजिक जैसे स्वास्थों के लिए 5 Benefits Of Nature यानि की Nature मे वक्त बिताने के कई सारे फायदे होते है जिससे हमे काफी प्रभावशाली बदलाव हमारी निजी जिंदगी मे मिलते है| तो आइए जानते है 5 Benefits Of Nature विस्तार मे|
शारीरिक स्वास्थ:
प्रकृति मे कुछ समय बिताने से काफी हलका और शांत महसूस होता है| इससे हमे तनाव और चिंता मुक्त होने मे मदद मिलती है| प्रकृति की वजह से हमारी कार्यक्षमता और प्रतीकार क्षमता जिसे अंग्रेज़ी मे इम्यून सिस्टम कहते है उसमे भी काफी सुधार आ जाता है| हमारी नींद की गुणवत्ता भी सुधर जाती है| जिन्हे अक्सर रात के नींद की समस्या हो उन्हे जरूर अपना समय प्राकृतिक गतिविधियों मे बिताना चाहिए|
मानसिक और भावनिक स्वास्थ:
जो लोग डिप्रेशन की समस्या से जुंज रहे है उनके लिए प्रकृति मानो जादूगर की तरह कम करेगी| प्रकृति हमारा बिगड़ा हुआ मूड ठीक कर देती है| हमारी रचनात्मकता और उत्पादकता बढती है| हालाकी प्रकृति व्यसन मुक्तता मे भी सहायता करती है|
सामाजिक फायदे:
प्रकृति सचमे सामाजिक और सामुदायिक संबंध बनाने मे सहायता करती है| एकत्रिता और सहयोग का महत्व हमे प्रकृति सिखाती है|प्रकृति व्यक्तिगत वृद्धि और विकास मे प्रोत्साहित करती है|
आध्यात्मिक और दार्शनिक फायदे:
प्रकृति का वातावरण हमे स्वयम से भी बेहतर और महान प्राकृतिक एनर्जी से मिलवाता है| प्रकृति से जुड़कर हमे प्रकृति की सुंदरता विस्मय और आश्चर्यकारक अनुभव देती है| प्रकृति से हमे आत्मपरीक्षण करने का समर्थन मिलता है, जिससे हमे आंतरिक और व्यक्तिगत प्रगति का अहसास होता है|
आर्थिक फायदे:
प्रकृति का आनंद उठाने से कई बेरोजगार लोगो को नौकरी का लाभ मिलता है| जिससे देश की पर्यटन और आर्थिक व्यवस्था मे सुधार आएगा|
स्वास्थ और प्रकृति:
- विटामिन डी के स्तर को बढ़ाने का काम प्रकृति करती है| विटामिन डी हमारी हड्डियों, मासपेशियों और प्रतिकार क्षमता के लिए काफी आवश्यक होता है|
- बाहर चलना, दौड़ लगाना, सायकल चलाना, तैरना इन सारी गतिविधियो से हमारी शारीरिक गतिविधियो को बढ़ावा मिलता है और हम अंदर ही अंदर हलका महसूस करते है|
- शांत वातावरण की वजह से हमे आत्मिक शांति मिलती है| इससे हमे अच्छी नींद भी आती है और मानसिक स्वास्थ भी स्वस्थ रहता है|
- प्रकृति की वजह से हमारा दिमाग गतिशील हो जाता है और जिससे हमारी रचनात्मकता बढ़ती है|
- प्रकृति से हमारी एकाग्रता और ध्यान मे सुधार आता है और प्रकृति के वातावरण मे अधिकतम समय बिताने से हमारी दूरदृष्टि मे भी बदलाव आता है|
- प्रकृति हमारा ब्लड प्रेशर कम करने मे मदद करती है, हमारा हृदय स्वास्थ प्रकृति मे रहकर बेहतर होता है और प्रकृति हमे हमारा वजन घटाने ने भी मदद करता है|
बाहरी गतिविधियो के विकल्प:
- रास्ते पर बनाए गए फूटपाथ या आसपास किसी पार्क मे चलना और लंबी पैदल यात्रा करना या jogging करना|
- घर मे बगीचा तयार कर वहा वक्त बिताना जैसे की पौधे लगाना, उन्हे पानी डालना|
- तालाब या समंदर मे तैरना या फिर हो सके तो कायाकिंग करना|
- किसी शांत जगह पर साइकलिंग करना, बायकिंग करना|
- पार्क मे पिकनिक के लिए जाना या फिर योगा और ध्यानधारना करना|
- फिशिंग, बोटिंग करना|
- स्टार गेजिंग मे वक्त बिताना या कैम्पिंग के लिए बाहर जाना|
- किसी किले या वॉटरफॉल पर ट्रेकिंग का लाभ उठाना|
- बाहरी फ़िटनेस ट्यूशन या बूट कैंप मे सहभाग लेना|
ऐसे और भी बहोत सारी अक्टिविटीज मे समय बिताने से हम निजी जीवन मे आनंद का उपभोग ले सकते है|
हमारे रोज की भागदौड़ी के जीवन मे अब ये बहोत ही आवश्यक हो चुका है की हम सभी खुद को वक्त दे ताकि हम किसी अनचाही शारीरिक या मानसिक तकलीफ़ों का शिकार ना बने|
इसलिए हमारी प्रकृति को अपना डॉक्टर बनाए, स्वस्थ रहे खुशहाल रहे|