5 Effective पीसीओडी योगासन: 5 Effective पीसीओडी योगासन वाकई काफी फायदेमंद और हमारे पीसीओडी की समस्या का हल कहा जा सकता है| हाल ही मे पढे जानकारी से ये पता चलता है की पीसीओडी को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता, बल्कि उसे संतुलित जरूर किया जा सकता है| आम तौर पर पीसीओडी का एक ही कारण बताया जाता है, वो है हार्मोनल इंबलन्सिंग| जिसे कुछ योगासन के तरीक़ो को अपनाकर संतुलित किया जा सकता है| पुणे की जनिमानि डॉक्टर सुप्रिया पुराणिक 5 इफेक्टिव पीसीओडी योगासन सुझाती है| तो आइए देखते है पीसीओडी को संतुलित रखने के 5 इफेक्टिव योगासन के प्रकार|
5 Effective पीसीओडी योगासन:
योगासन की वजह से हमारे शरीर मे ब्लड शुगर, इंसुलिन और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम हो जाती है| इसलिए हमारे हार्मोन्स मे भी अपनेआप सुधार आ जाता है|तो चलिये देखते है वो 5 Effective पीसीओडी योगासन|
5 Effective पीसीओडी योगासन के प्रकार:
Baddha Konasan:
बद्ध कोनासन हमारे 5 Effective पीसीओडी योगासन का पहला योगासन है| यानि अंग्रेजी मे बटरफ्लाइ पोज होता है| इसमे हमे अपने पैरों को घुटनो मे मोड़कर उन्हे पेट की तरफ खींचकर बैठना होता है| इस प्रकार मे हमे नाक से गहरी सांस लेकर मुह से छोडते हुए 3 से 5 बार दोहराना है| इस पोज मे हमे अपनी पीठ को सीधा रखना है| पीठ सीधी रहने की वजह से पेट की मसल्स काफी स्थिर हो जाती है और ब्लड सप्लाइ पैरों की तरफ काफी बढ़ जाता है| जिससे हमारी पीरियड्स की तकलीफ़े कम होती है और हार्मोन्स भी संतुलन मे रहते है|
Supt Baddha Konasan:
ये आसान बद्ध कोनासन का ही प्रकार कह सकते है| इस आसान मे हमे 2 ब्लोक्स, बोलस्टर्स या फिर तकियों की जरूरत होगी| अब इन बोलस्टर्स को कुछ इस तरह रखना है की लेटने पर एक हमारे सिर के नीचे हो और दूसरा कंधो के नीचे हो| बस अब लेटे हुए हमे ठीक वही करना है जैसे हमने बद्ध कोनासन मे किया था| इसमे हम अपने हाथों को पेट पर रख सकते है|
इस पोजीशन मे हमे 3 मिनट तक रहना है| इस आसान की वजह से हमारी पीठ खींची जाती है उससे ब्लड सप्लाइ पूरे शरीर मे अच्छे से हो पाता है| हमारे पेट के निचले हिस्से मे खिचाव की वजह से तनाव पैदा होता है ओर उस जगह की मसल्स एक्टिव हो जाते है|
Ushtrasan:
5 Effective पीसीओडी योगासन का ये योगासन पहली बार करने मे थोड़ा कठिन हो सकता है लेकिन आदत से ही कुछ योगासान आसान हो जाते है|इस आसान को करने के लिए हमे पहले वज्रासन मे आना होगा| अब हमे घुटनो के बल उठना है और घुटनो पर दबाव डालते हुए पिछे की तरफ झुककर एड़ियों को पकड़ना है| इस पोजीशन मे हमे गहरी सांस लेते हुए ऊपर की ओर देखना है| याद रहे झुकते वक्त हमे कमर को आगे की तरफ पुश करना है| इस आसान को करते समय ब्लड सप्लाइ काफी हमारी ओवरिज,फलोपियन ट्यूब और युट्रस की तरफ पहुंचाते है| इसकी वजह से हमारी पीसीओडी की तकलीफ़े काफी हद तक कम हो जाती है|
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Shalbhasan:
इस आसान को करने के लिए हमे पहले किसी एक ओर लेटकर फिर अपने पेट के बल लेटना है| इस पोजीशन मे हमे थोड़ीदेर आराम करना है| उसके बाद हमे चीन को नीचे मैट पर रखना है और अपने दोनों हाथों को पैरों के नीचे लेना है| अब हमे धीरे कोशिश करते हुए एक के बाद एक पैरों को सीधे ऊपर उठाना है| इस आसान को 3 से 5 बार दोहराते हुए हमे आराम करना है| इस आसान की वजह से हमारे कोर मसल्स काफी मजबूत हो जाते है और हमारे पेट पर तनाव की वजह से मसल्स को चालना मिलती है जिससे वो एक्टिव हो जाते है|
Prasarita Padottanasan:
ये हमारी 5 Effective पीसीओडी योगासन का ये हमारा आखरी आसान है| ये आसान हमे खड़े रहकर करना है| इस आसान मे हमे समान अंतर मे पैरों को दूर रखते हुए अंदर की तरफ मोड़ना है| इसमे हमारे पूरे शरीर का वजन हमारे पैरों पर होगा| अब हमे दोनों हाथों को ऊपर की तरफ लेते हुए नीचे झुकना है| झुकते वक्त हमारी पीठ सीधी होनी चाहिए| इस पोजीशन मे हमे हमारे हात नीचे जमीन पर रखने है या फिर पैरों की अँगूठो को पकडना है| ये आसान हमे 10 तक काउंट करते हुए गहरी सांस लेकर 3 से 5 बार करना है|
इस आसान से हमारी मसल्स मे फ्लेक्सिब्लिटी आती है और वो एक्टिव भी हो जाते है| पेट पर पड़े दबाव के कारण पेट के मसल्स की मजबूती भी हो जाती है और अतिरिक्त अनचाही चरबी भी कम हो जाती है|
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ये थे पीसीओडी से गुजरनेवाले महिलाओ के लिए 5 Effective पीसीओडी योगासन प्रकार, जिससे करने से जरूर हार्मोन्स की संतुलन मे सुधार आएगा| पीसीओडी का एक दुष्परिणाम ये भी है की हार्मोन्स की असंतुलन की वजह से महिलाए अनचाही मोटापे से ग्रस्त है| जानकारी से ये पता चलता है की हमे व्यायाम करते समय पसीना छूटता है उसके बाद करीब 1 घंटा व्यायाम करना चाहिए| पीसीओडी ग्रस्त महिलाओ को ज्यादा से ज्यादा एक से डेढ़ घंटा व्यायाम करना चाहिए|
तो इस 5 Effective पीसीओडी योगासन के साथ साथ सूर्यनमस्कार भी किए जा सकते है| और अन्य भी व्यायाम जिससे हमारा वजन कम हो ऐसे व्यायाम हम कर सकते है| इन दिनों डॉक्टर्स पीसीओडी की समस्या को कम करने के लिए कुछ डाइट का सुझाव भी देते है|
पीसीओडी ग्रस्त महिलाओ को प्रोटीन युक्त डाइट को अपने डाइट मे शामिल कर लेना चाहिए जिससे योगा के साथ साथ डाइट योग्य डाइट की वजह से पीसीओडी कम होने मे काफी आसानी हो सकती है|